सनम तेरी कसम' एक भारतीय हिंदी रोमांटिक ड्रामा फिल्म है, जो 5 फरवरी 2016 को रिलीज़ हुई थी। इस फिल्म का निर्देशन राधिका राव और विनय सप्रू ने किया है, जबकि निर्माण दीपक मुकुट ने किया है। मुख्य भूमिकाओं में हर्षवर्धन राणे और पाकिस्तानी अभिनेत्री मावरा होकेन नजर आए हैं। फिल्म की कहानी एक पारंपरिक लड़की सरस्वती 'सारू' पार्थसारथी और एक बिंदास युवक इंदर लाल पारिहार के बीच की प्रेम कहानी पर आधारित है।
कहानी का विस्तृत सारांश:
फिल्म की शुरुआत वकील इंदर लाल पारिहार (हर्षवर्धन राणे) से होती है, जो अदालत में एक मामले को जीत चुका है। सभी उसे बधाई देते हैं, लेकिन इंदर घर लौटकर एक बोतल उठाकर अपने घर के पीछे एक पेड़ के सामने जाता है, जहाँ एक कब्र पर नाम और दिनांक लिखा होता है। यह उसकी पत्नी की कब्र है, जिसे देखकर वह अपने पिछले समय के बारे में सोचने लगता है।
सरस्वती 'सारू' पार्थसारथी (मावरा होकेन) एक लाइब्रेरियन हैं, जिन्हें उनके पुराने विचारों और सादगी के कारण बदसूरत समझा जाता है। उनकी खूबसूरत बहन, कावेरी, शादी करना चाहती है, लेकिन उनके पिता पहले सारू की शादी कराने की सोचते हैं। कावेरी का प्रेमी उसे एक महीने का समय देता है और कहता है कि अगर उसने एक महीने में उससे शादी नहीं की तो वह उसे छोड़ देगा। इस कारण दोनों बहनों के बीच तनाव उत्पन्न हो जाता है, और सारू के ऊपर जल्द से जल्द जीवनसाथी ढूंढने का दबाव आ जाता है।
सारू के परिवार का समाज में काफी इज्जत और सम्मान है। वे जिस इमारत में रहते हैं, उसे एक सोसाइटी कहते हैं, जहाँ कुछ बुजुर्ग, जिनमें सारू के पिता भी शामिल हैं, देखरेख करते हैं और किसी भी प्रकार की अनुचित हरकत बर्दाश्त नहीं करते हैं।
एक दिन सारू के पिता और सारू अपने पड़ोस में रहने वाले इंदर के पास जाते हैं, जो एक अमीर और प्रसिद्ध वकील का बेटा है। वह अपनी प्रेमिका, रूबी मल्होत्रा (श्रद्धा दास) के साथ दिखता है, जिससे सारू के पिता को इंदर के ऊपर गुस्सा आ जाता है। इसी दौरान इंदर की मुलाकात सारू से होती है। वह उसकी सादगी और खूबसूरती को देखकर उसकी ओर आकर्षित होता है।
सारू के मन में अभिमन्यु शास्त्री ही छाया रहता है, जो अमीर और खूबसूरत है। जब अभिमन्यु को पता चलता है कि सारू उसके ऊपर लट्टू है, तो वह इसका फायदा उठाने की कोशिश करता है और उससे अजीब-अजीब तरह के काम कराता रहता है। इंदर कई बार पुस्तकालय आता है और सारू से जेल में बंद एक इंसान के पढ़ने लायक किताब के बारे में पूछता है।
एक दिन, सारू अपने लुक्स को बदलने का फैसला करती है ताकि वह अधिक आकर्षक दिख सके और शादी के लिए उपयुक्त साथी पा सके। वह एक ब्यूटी पार्लर जाती है, लेकिन वहाँ की महंगी सेवाओं को वहन नहीं कर पाती। इसी बीच, इंदर उसकी मदद करता है और उसे एक सस्ते पार्लर में ले जाता है, जहाँ सारू का मेकओवर होता है। मेकओवर के बाद, सारू की सुंदरता सभी को चौंका देती है, और वह आत्मविश्वास से भर जाती है।
सारू की नई छवि के कारण, उसे कई शादी के प्रस्ताव मिलने लगते हैं। हालांकि, इंदर के साथ उसकी बढ़ती नजदीकियों के कारण, समाज में गलतफहमियाँ पैदा होती हैं, और सारू के परिवार की प्रतिष्ठा पर सवाल उठने लगते हैं। इससे नाराज होकर, सारू के पिता उसे घर से निकाल देते हैं।
इंदर, जो अब तक सारू के प्रति गहरे प्रेम का अनुभव करने लगा है, उसे सहारा देता है। दोनों एक साथ समय बिताते हैं, और उनकी दोस्ती गहरे प्रेम में बदल जाती है। हालांकि, सारू को पता चलता है कि उसे ब्रेन ट्यूमर है, और उसके पास जीने के लिए अधिक समय नहीं है।
इंदर, सारू की आखिरी इच्छाओं को पूरा करने के लिए हर संभव प्रयास करता है। वह उसे जीवन के हर खुशी के पल का अनुभव कराता है, और अंततः दोनों शादी कर लेते हैं। सारू की मृत्यु के बाद, इंदर उसकी यादों के साथ जीवन बिताता है, और उसकी कब्र के पास समय बिताता है, जहाँ से फिल्म की शुरुआत होती है।
मुख्य कलाकार:
हर्षवर्धन राणे - इंदर लाल पारिहार
मावरा होकेन - सरस्वती 'सारू' पार्थसारथी
श्रद्धा दास - रूबी मल्होत्रा
मनीष चौधरी - जय राम पार्थसारथी (सारू के पिता)
दिव्येता कावेरी - कावेरी पार्थसारथी (सारू की बहन)
अनुराग सैनी - अभिमन्यु शास्त्री
निर्देशक और निर्माण टीम:
निर्देशक: राधिका राव, विनय सप्रू
निर्माता: दीपक मुकुट
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